मेरे दोस्त दिनेश चारण ने अपने ब्लॉग पर कहानी कामायचा प्रकाशित की है॥ अद्भुत कहानी है..ये मैं नहीं कह रहा ,जिसने पढी वही कह उठा..
ऐसी कहानी आप भी पढ़लें.. मुझे शुक्रिया न कहें..या इतनी बेहतरीन न लगे पर आप निराश तो नहीं होंगे..इतना यकीन है..मुलाहिजा फरमाएं ..
1 comment:
... ठीक है पहुँच कर देखते हैं आपके मित्र के ब्लाग पर ।
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