Sunday, November 23, 2008

एक कहानी यह भी

मेरे दोस्त दिनेश चारण ने अपने ब्लॉग पर कहानी कामायचा प्रकाशित की है॥ अद्भुत कहानी है..ये मैं नहीं कह रहा ,जिसने पढी वही कह उठा..

ऐसी कहानी आप भी पढ़लें.. मुझे शुक्रिया न कहें..या इतनी बेहतरीन न लगे पर आप निराश तो नहीं होंगे..इतना यकीन है..मुलाहिजा फरमाएं ..

1 comment:

कडुवासच said...

... ठीक है पहुँच कर देखते हैं आपके मित्र के ब्लाग पर ।