my emotions, feelings, views, poems and other writings
कलम पर पढ़ें
जाने माने चित्रकार और कथाकार प्रभु जोशी के काम और शख्सियत पर मेरी एक टिप्पणी -जो कल पत्रिका के इंदौर संस्करण में प्रकाशित हुई है
रंगों और शब्दों के बीच की आवाजाही का पड़ाव जयपुर
परसों पेज छोडते समय ही पूरा पढ गए थे... प्रभु के रंगों को खूब जुबान दी है. बधाई
मध्य प्रदेश के लेखक चित्रकार पर क्या नर्मदा की सी बहती हुई भाषा में लिखा है आपने! कभी सीखा दें ऐसी भाषा हमें भी , कहाँ से सीखी है दुष्यंत जी !
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परसों पेज छोडते समय ही पूरा पढ गए थे... प्रभु के रंगों को खूब जुबान दी है. बधाई
मध्य प्रदेश के लेखक चित्रकार पर क्या नर्मदा की सी बहती हुई भाषा में लिखा है आपने! कभी सीखा दें ऐसी भाषा हमें भी , कहाँ से सीखी है दुष्यंत जी !
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