Thursday, June 25, 2009

आलोक श्रीवास्तव की आमीन का सफर मुसलसल जारी

कुछ लोगों की सृजनात्मकता से ईर्ष्या होती है , उनमे पहली पंक्ति में हैं - भाई आलोक श्रीवास्तव ..उनकी शायरी के पहले मजमुए 'आमीन' का दिग्विजय अभियान जारी है ...पूरी खबर के लिए एक क्लिक तो कर ही लें...

http://qalam1.blogspot.com/

1 comment:

ashish saxena said...

dushyant, thanks a lot for sharing the good news,i am fan of Alok.he is a great shayar!
Ashish,
Paris